महिला कर्मचारियों पर राजनीतिक दलों प्रभाव वा दबाव ठीक नहीं :: महिला आयोग
Pressure on Women Employees
( अर्थप्रकाश / बोम्मा रेडड्डी )
अमरावती : Pressure on Women Employees: (आंध्र प्रदेश): आंध्रप्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती गज्जाला वेंकट लक्ष्मी ने एक बयान में कहा कि प्रदेश के काकिनाड़ा स्थित जगन्नाथपुरम के नेता वा पूर्व उप-सरपंच द्वारा सचिवालय कर्मचारी को अपने घर पर बुलाना सरकारी नौकरी नेता के घर में करने जोर जबर किया उसके बावजूद यह भी कहा कि राज्य में तेलुगुदेसम घटबधन की सरकार है आपको मेरा घर आनाही पड़ेगा कहा यह वाइसकाल देश भर में वाइरल होगाया है कहा।
यह धमकी का ऑडियो सरकारी कार्यालयों में काम करने वाली महिला कर्मचारियों के प्रति राजनीतिक नेताओं का दिनबादिन धमकियां दे रहे हैं कुछ ही दिन पहले आंध्र प्रदेश के तेलुगु देशम पार्टी के प्रधान भी इसी तरह के मिलिजुली बयान दिया था को उचित नहीं है कधाईpi गलत है कहा।
जगन्नाथपुरम के पूर्व उप-सरपंच द्वारा स्थानीय सचिवालय की एक महिला कर्मचारी को फोन पर धमकी देने का ऑडियो आज को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। आयोग की अध्यक्ष ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। राजनीतिक नेताओं द्वारा कर्मचारियों के प्रति अभद्र व्यवहार करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि सिविल सेवा कार्यालय के कर्मचारियों को नेताओं के घर आने के लिए कहने जैसी नई परंपराओं को बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए। अध्यक्ष श्रीमती गज्जाला वेंकट लक्ष्मी ने कहा कि महिला आयोग जगन्नाथपुरम सचिवालय कर्मचारी के साथ हुई घटना की कड़ी निंदा करता है। उन्होंने कहा कि समाज ऐसी धमकियों की संस्कृति की सराहना नहीं करता है। उन्होंने सभी से सरकारी विभागों के कर्मचारियों को धमकाने वाले नेताओं के रवैये को नकारने का आह्वान किया।
सचिवालय में आंतरिक शिकायत समितियां बनेगी
महिला कर्मचारियों के उत्पीड़न के बारे में शिकायत पेटी सभी सरकारी कार्यालयों के साथ-साथ ग्राम स्तरीय सचिवालयों में भी स्थापित की जाएंगी। बताया गया है कि स्थानीय शिकायत समिति (एलसीसी) और आंतरिक शिकायत समिति उनके माध्यम से प्राप्त शिकायतों की जांच और कार्रवाई करेगी। आयोग की अध्यक्ष सुश्री गज्जला वेंकट लक्ष्मी ने बताया कि जिला कलेक्टर संबंधित उक्त समितियों की निगरानी करेंगे।